पांच सौ डायलिसिस के बाद जिंदगी की हार गई सुनीता, झोलाछाप डॉक्टर ने निकाल ली थी दोनों किडनी

Satish Kumar

बिहार के लचर स्वास्थ्य व्यस्था की शिकार मुजफ्फरपुर के सकरा की सुनीता आखिरकार जिंदगी की जंग हार गई। उसकी मौत सोमवार को मुजफ्फरपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज में दोपहर 2.05 बजे हो गई। एक झोलाछाप डॉक्टर ने उसकी दोनों किडनी निकाल दी थी। डॉक्टर के पास सुनीता यूट्रस का इलाज कराने गई थी। एसकेएमसीएच में कम से कम पांच सौ बार डायलिसिस किया जा चुका था।

सुनीता का इलाज करने वाले डॉ आरोही बताया कि सुनीता की बीपी लो हो गई थी। उसे बढ़ाने के लिए दवा दी गई लेकिन सुनीता को नहीं बचाया जा सका। सुनीता पिछले 2 साल से ज्यादा समय से एस के मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में भर्ती थी। 3 सितंबर 2022 को मेडिकल कालेज ने ही जांच में पता चला था कि दोनों किडनी नहीं है। एक झोलाछाप डॉक्टर के यहां बच्चेदानी के ऑपरेशन में सुनीता की दोनों किडनियां निकाल ली गई थी। सुनीता की लगातार डायलिसिस की जा रही थी।

सुनीता को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए भी कुछ लोग आगे आए लेकिन मेडिकल जांच में बात आगे नहीं बढ़ी। सुनीता को राज्य सरकार की तरफ से पांच लाख का मुआवजा भी मिला है। नेफ्रोलॉजी के डॉक्टर धर्मेंद्र प्रसाद ने बताया कि सुनीता की अब तक 500 से अधिक बार डायलिसिस हो चुकी थी। पिछले एक महीने से उसकी हालत ज्यादा खराब थी इसलिए हर रोज उसकी डायलिसिस की जा रही थी।

सुनीता का गुनाहगार झोलाछाप डॉक्टर जेल में है। मुजफ्फरपुर कोर्ट ने कांड के दोषी पवन कुार को सात साल की सजा सुनाई। उस पर 18 हजार का जुर्माना भी लगाया गया था। साल 2022 में 3 सितंबर को पवन ने यूट्रस के ऑपरेशन के दौरान दोनों किडनी निकाल दी थी। इ पांच सितम्बर को उसे खराब हालत में एसकेएमसीएच पहुंची थी। जांच के दौरान पता चला कि उसकी दोनों किडनी गायब है। स कांड का एक आरोपी डॉक्टर आरके सिंह फरार है। कोर्ट के आदेश पर उसके घर की कुर्की भी हो चुकी है।

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Satish Kumar (15 November, 1991) is an Author at www.views18.com
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